
11 मई को शादी के बंधन में बंधने वाले राजा रघुवंशी को उसी की पत्नी सोनम ने मौत के घाट उतार दिया। सोनम ने हत्या को छुपाने की पूरी कोशिश की, लेकिन शिलांग पुलिस की सख्ती के आगे आखिरकार टूट गई। पूछताछ में उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया।
पहले फायर किया, अब फायरफाइट कर रहे मस्क!
राजा के घर मातम, भाई गोविंद की भावुक अपील
इस घटना के बाद राजा के घर में कोहराम मच गया। स्थिति तब और भावुक हो गई जब सोनम का भाई गोविंद, राजा के घर पहुंचा। राजा की मां उमा से गले लगकर वह फूट-फूटकर रो पड़ा और कहा:
“अगर मेरी बहन दोषी है, तो उसे फांसी दी जाए।”
अफवाहों पर लगा ब्रेक
राज और सोनम के बीच प्रेम संबंधों की खबरें भी तैर रही थीं, लेकिन गोविंद ने इन अफवाहों को सिरे से खारिज किया। उन्होंने साफ कहा कि
“राज को सोनम राखी बांधती थी। वह सिर्फ एक कर्मचारी था, कोई अफेयर नहीं था।”
शिलांग में साथ ढूंढते रहे भाई
राजा और सोनम के लापता होने पर गोविंद और राजा का भाई विपिन शिलांग गए और दोनों की तलाश की। घटना के बाद लौटकर गोविंद ने राजा के परिवार से मिलने की इच्छा जताई और पहुंचकर अपना दर्द बयां किया।
“इंसाफ चाहिए, चाहे बहन को फांसी क्यों न हो”
गोविंद ने साफ कहा कि अगर सोनम ने जुर्म किया है, तो उसे उसके अंजाम तक पहुंचाना जरूरी है।
“यह मेरा भी परिवार है, और न्याय सबसे ऊपर है।”
इंदौर की ये घटना न केवल परिवारों को झकझोर गई है, बल्कि पूरे शहर में सनसनी फैला चुकी है। जब एक भाई खुद अपनी बहन के लिए फांसी की मांग करे, तो इससे बड़ा इंसाफ का उदाहरण और क्या हो सकता है?
सोनम का ‘कामाख्या दर्शन’ बहाना था, असली मंज़िल तो राजा को निपटाना था